रायपुर- लॉकडाउन के बीते 4 दिनों में जिलों में चल रही कार्रवाई के बाद मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में जोरदार इजाफा हो रहा है। सर्वाधिक बिक्री मास्क में 50% दर्ज की गई हैं। यह बढ़त की ओर है तो सैनिटाइजर में 40% बाजार बढ़ा हैं। यह एक अच्छा संकेत है क्योंकि दोनों के उपयोग को लेकर जिस तरह लापरवाही बरती जा रही थी उसके बाद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़त की ओर है। अब इसमें कमी आने की संभावना जताई जा रही है।

प्रदेश का दवा बाजार बीते 2 दिनों से मास्क की उठी रिकॉर्ड मांग की पूर्ति करने में लगा हुआ है। दवाइयों की बिक्री तो बनी हुई है लेकिन जितनी मांग मास्क में निकल रही है उसे देखकर थोक बाजार हैरत में नहीं है बल्कि खुश है यह देखकर कि जिस चीज की जागरूकता पहले आनी चाहिए थी वह अब आ रही है। लॉकडाउन के फैसलों के बाद जिस तरह काम करने की छूट जिलों को दी गई है उसके बाद प्रशासनिक अमला इस गंभीर मामले में किसी भी तरह की रियायत देने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन बेहद कड़ाई के साथ किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम निकलने लगे हैं। अब ना केवल सैनिटाइजर बल्कि मास्क की बिक्री हर क्षेत्र से हर जिले से हर कस्बे से आ रही है। अच्छी बात यह है कि सप्लाई लाइन बेहद मजबूत है लिहाजा मांग होते ही तत्काल आपूर्ति की जा रही है।


4 दिन में रिकॉर्ड 5 लाख
21 जुलाई से चालू हुए लॉकडाउन के बाद के अब तक के बीते 4 दिनों में राजधानी के थोक दवा बाजार से रिकॉर्ड 5 लाख मास्क की सप्लाई जिलों को की जा चुकी है। यह आंकड़ा लगातार बढ़त की ओर है। सर्वाधिक मांग कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, रायगढ़, बलौदाबाजार, बेमेतरा, दुर्ग और राजनांदगांव जिलों से आ रही है। इसके अलावा सुदूर बस्तर के साथ सरगुजा संभाग से भी मास्क की मांग लगातार निकल रही है।


सैनिटाइजर में 40% की बढ़त
लॉकडाउन के बाद सैनिटाइजर की बिक्री में भी इजाफा हो रहा है। शुक्रवार की शाम तक की स्थिति में इसकी बिक्री में 40% तक की वृद्धि दर्ज की जा चुकी थी। इसमें छोटे पैक की मांग सबसे ज्यादा है क्योंकि इसे आसानी से जेब में रखा जा सकता है। जबकि बड़े पैक की डिमांड औद्योगिक इकाइयों, निकायों, पंचायतों और सरकारी उपक्रमों में ज्यादा है। इसलिए इसकी बिक्री चालू माह के पहले सप्ताह में स्थिर हो चुकी थी, उसमें अब तेजी आने लगी है।


मास्क में इसलिए भी मांग ज्यादा
कई जिलों के व्यापारिक संगठनों ने खुद होकर उन्हीं उपभोक्ताओं को सामग्री देने का फैसला किया है जो मास्क लगाकर संस्थान आएंगे। इस अनिवार्यता को एक अच्छा कदम माना जा रहा है। इस फैसले का अनुसरण प्रदेश के कई जिलों में विस्तार लेता दिखाई दे रहा है इसलिए भी मास्क की बिक्री में जोरदार उछाल आई है। बिक्री का यह उछाल पूरे महीने बने रहने की संभावना है क्योंकि लॉकडाउन की अवधि पूरे माह जारी रहने वाली है।


“लॉक डाउन की अवधि में प्रशासनिक कड़ाई से आई जागरूकता के बाद मास्क की बिक्री में पहली बार 50% की वृद्धि आ चुकी है जबकि सैनिटाइजर की बिक्री में 40% का इजाफा हो चुका है। यह बढ़त की ओर है।”
सुभाष अग्रवाल
अध्यक्ष
राज्य औषधि विक्रेता संघ रायपुर

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