चीन से आ रहे इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स की हो रही स्कैनिंग

रायपुर- 15 करोड़ के बाजार पर कोरोना की दहशत। करेला ऊपर से नीम चढ़ा। चीन से सीमा विवाद के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम आ तो रहे हैं लेकिन जांच इतनी तगड़ी है कि हर कंटेनर को स्कैन किया जा रहा है। जरा भी संदेह हुआ या स्केनर ने गलती पकड़ी। तत्काल कंटेनर वापसी की प्रक्रिया चालू कर दी जा रही है। यदि इसे लेना है तो पूरे दस्तावेज के साथ कस्टम ऑफिस में हाजिरी देनी होगी। यह उस बाजार का हाल है जिस पर पूरी तरह चीन का कब्जा है।

दीपावली के लिए ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स मार्केट में दहशत साफ-साफ महसूस ही नहीं देखी भी जा सकती है। यह बाजार इस समय चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक गुड्स से पूरी तरह किनारा कर चुका है। वजह सिर्फ एक है। कोरोना और सीमा विवाद। बंदरगाह पर तगड़ी जांच। पकड़े गए तो भारी-भरकम जुर्माना। यह सब ऐसे मजबूत कारण है जिससे प्रदेश में दीपावली पर 15 करोड़ का चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक बाजार पूरी तरह गायब हो चुका है। घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स गुणवत्ता में तो टिकाऊ मगर है महंगे। इसलिए सस्ते इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स को कब्जा जमाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। लेकिन इस बार पूरा दृश्य पलट चुका है।

तगड़ी जांच
चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के लिए सुविधा युक्त मुंबई व कोलकाता बंदरगाह है। जहां यह कंटेनर मैं पैक किए जाकर भेजे जाते हैं। कोरोना और सीमा विवाद के बीच जांच इतनी तगड़ी है कि हर कंटेनर को स्कैन किया जा रहा है। संदेहास्पद कंटेनर तत्काल अलग कर दिए जा रहे हैं। जिस कारोबारी का आर्डर है उसे पूरे पेपर के साथ बंदरगाह और कस्टम ऑफिस तलब किया जा रहा है। तय अवधि में हाजिरी नहीं देने पर कंटेनर तत्काल वापस रवाना करने की प्रक्रिया साथ ही साथ चल रही है।

ऑर्डर बंद
जैसा विवाद कोरोना और सीमा को लेकर हो रहा है उसके बाद प्रदेश का इलेक्ट्रॉनिक मार्केट अगस्त से ही चीन को आर्डर देना बंद कर चुका है क्योंकि जिस तरह एक एक त्योहार और पर्व कड़ी निगरानी के बीच मनाने की शर्त रखी जा रही है उसके बाद यह सभी तेजी से लॉक होते जा रहे हैं। जिस तरह रक्षाबंधन पर संकेत मिला उसके बाद से यह बाजार अलर्ट की पोजीशन ले चुका है इसलिए दीपावली के लिए अगस्त से दिए जाने वाले ऑर्डर इस बार नहीं दिए गए। अब यह अपना पुराना स्टॉक निकालने की तैयारी कर चुका है।

है बाजार 15 करोड़ का
छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के लिए सीजन नवरात्रि से ही चालू होने लगता है। अगस्त में दिए गए आर्डर नवरात्रि के पखवाड़े भर पहले पहुंच चुका होता है। 15 करोड़ के चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक आइटम के मार्केट में सबसे बड़ा खरीददार टेंट हाउस, रामलीला, दुर्गोत्सव पंडाल होता है। इन सभी पर कड़ी शर्तों का बंधन है। लिहाजा बाजार में इस बार 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी चाइनीस आइटम की रहेगी। वह भी पुराने स्टॉक के साथ। जो नए आर्डर आ रहे हैं उनमें सतर्कता भारी पड़ रही है इसलिए नए आइटम नही होंगे।

यह सबसे ज्यादा
इलेक्ट्रॉनिक गुड्स में भारतीय बाजार में चाइनीज झालर, मॉस्किटो रैकेट, टॉर्च, इमरजेंसी लाइट, पाइप झालर, हैलोजन लाइट मुख्य है। इनकी खरीदारी के लिए टेंट हाउस, लाइट एंड डेकोरेशन सेंटर, दुर्गोत्सव समितियां और रामलीला मंडलियां मुख्य हैं। इसके अलावा दीपावली पर घरेलू उपभोक्ता भी अच्छी खासी रकम इनकी खरीदी पर खर्च करते हैं।

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