भाटापारा- हरी सब्जियों में तेजी के दौर के बीच सूखी सब्जी के रूप में से उपयोग की जाने वाली आधा दर्जन किस्मों की सूची में 5 और किस्में शामिल हो गई है। कीमतों में उछाल तो नहीं आया है लेकिन मांग में अचानक वृद्धि देखी जा रही है।

राजमा, झुरगा, चना और मटर के बाद अब दलहन की पांच किस्मों में मांग का दबाव बाजार महसूस कर रहा है। इसमें मूंग, उड़द, तिवरा, बटरी और मसूर मुख्य है। खड़ी खाद्य सामग्रियों की सूची में अब इन्हें भी लिया जाने लगा है क्योंकि इनसे सब्जियां बनाई जाती रही हैं। इधर सूखी सब्जियों में मांग बढ़ते ही हरी सब्जियों में हल्की मंदी के संकेत मिल रहे हैं फिर भी ये भाव में बढ़ी हुई मानी जा रही है। इसलिए सब्जी उपभोक्ता अब राजमा और मुनगा के बाद कुछ और सूखी सब्जी की खरीदी की और रुझान बढ़ा रहा है।

सूखी सब्जियों में यह भी
पैक्ड फूड आइटम में अब यह सामग्री भी सब्जी के रूप में इस्तेमाल की जा रही है जो साफ किए हुए होते हैं। आमतौर पर पर्व विशेष के दौरान घरेलू खाद्य सामग्री के रूप में उपयोग की जाने वाली मूंग उड़द मसूर और तिवरा के साथ बटरी भी अब सूखी सब्जी के रूप में उपयोग की जाने लगी है। कीमतें फिलहाल क्रय शक्ति के भीतर है इसलिए मांग बढ़ने लगी है।

ऐसे हैं भाव
साफ किए हुए मूंग की 1 किलो की खरीदी पर 100 रुपए देने पड़ रहे हैं तो उड़द की प्रति किलो की खरीदी पर 100 से 120 रुपए देने होंगे। मसूर का पैक 65 से 80 रुपए में मिलेगा तो बटरी की खरीदी के लिए 65 से 70 रुपए लगेंगे। बोनी का समय नजदीक आ रहा है इसलिए किसानों और घरेलू मांग के बाद बटरी की खरीदी बाजार से 35 से 50 रुपए में करनी पड़ेगी। तिवरा के भाव 55 से 60 रुपए किलो पर पहुंच चुके हैं क्योंकि इसमें भी बोनी की मांग निकल चुकी है।

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