रायपुर- कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजधानी रायपुर व बिलासपुर समेत प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में लॉकडाउन के निर्देश दिए गए हैं. अधिकांश जिलों में यह लॉकडाउन 28 सितंबर यानी 3 दिनों बाद समाप्त हो रहा है. जिसके उपरांत पुनः एक बार फिर लॉकडाउन बढ़ाने की अफवाहें प्रभावित क्षेत्रों में उड़ रही है. हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने भी अपने एक बयान में कहा था कि “लॉकडाउन कम से कम 10 दिनों का होना चाहिए” इसलिए ऐसा करने की तैयारी है. हालांकि प्रशासन का दावा है कि अब तक बढ़ाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन इन अफवाहों से प्रदेश का व्यापारी वर्ग काफी बेचैन है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ चेंबर, कैट, फिक्की समेत अन्य कारोबारी संगठनों के पदाधिकारियों ने साफ कह दिया है कि इस बार लॉक डाउन के लिए उनसे ना तो सहमति ली गई है और ना ही कोई राय पूछी गई. उनका कहना है कि इससे पहले के लॉकडाउन में किराना, सब्जी समेत अन्य छोटे व्यापारों को कुछ निर्धारित समय के लिए खोले जाने की अनुमति थी, जिससे रोज कमाने खाने वाले लोगों का दैनिक जीवन बसर चलता था, लेकिन वर्तमान में सभी दुकाने बंद कर दी गई जोकि छोटे व्यापारियों के लिए किसी सजा से कम नहीं है. व्यापारियों का कहना है कि बार-बार विशेषज्ञ कह रहे हैं कि लॉकडाउन कोरोना के रोकथाम का कारगर उपाय साबित नहीं हो पाया है. इसके बावजूद इसे क्यों लागू किया जा रहा है.
लॉकडाउन का बदल सकता है स्वरूप
जैसे-जैसे लॉकडाउन खत्म होने के दिन पास आ रहे हैं, अफवाहों के बाजार अगले लॉकडाउन को लेकर नई-नई बातें सामने आ रही हैं. चर्चा है कि 28 के बाद फिर से सप्ताह भर के लिए लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा, जिसमें किराना व सब्जी समेत अन्य छोटे व्यवसाय कुछ छूट दी जा सकती है. हालांकि इसको लेकर अब तक किसी भी प्रकार की अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.