भाटापारा- उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले किसानों को इस बार बीज के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ रही है। बहुतायत के साथ हमेशा उपलब्ध रहने वाली लाल भाजी के बीज की भारी शॉर्टेज है। इसके बावजूद खरीदी के लिए ऑर्डर बुक किए जा रहे हैं। सब्जी के बीज में ऐसा कोई भी बीज नहीं है जिसकी कीमत बढ़ी हुई ना हो।

लाल भाजी 600 रुपए किलो। आश्चर्य मत कीजिए। यह भाव बीज का है जिसकी इस वक्त सबसे ज्यादा मांग बनी हुई है। टमाटर, फुल गोभी और बैगन का नंबर इसके बाद आ रहा है जो इस समय सबसे ज्यादा मांग में बने हुए हैं। खरीफ फसलों की कटाई का काम अब अंतिम दौर में आ चुका है। किसान तेजी से काम निपटाने के साथ सब्जी की खेती की तैयारी भी कर रहे हैं। इसलिए सब्जी बीज में मांग का दबाव बढ़ता हुआ दिखाई देता है क्योंकि कुछ खास सब्जियों के बीज की मांग बढ़ चली है तो कुछ में शॉर्टेज की स्थिति बन चुकी है।

इसलिए बढ़ रही मांग
करोना कॉल में सब्जियों की कीमतों ने जिस तरह छलांग लगाई हुई है उसका स्तर अब भी तेजी का ही बना हुआ है। सब्जी उत्पादक किसान इसे कमाई का बेहतर अवसर मान रहे हैं। इसलिए खरीफ फसल की कटाई पूरी कर लेने के बाद अब सब्जी बाड़ियों में सब्जी की खेती का रकबा बढ़ाया जा चुका है। रकबा बढ़ाने का असर सब्जी बीज की बढ़ी हुई मांग के रूप में सामने आ रहा है।

लाल भाजी की शॉर्टेज
हाईब्रीड बीज की ओर बढ़ते रुझान के बावजूद देसी प्रजाति के बीज की मांग मजबूती के साथ कायम है। इस समय सबसे ज्यादा मांग लाल भाजी, फुल गोभी, बैगन और टमाटर के बीज की है। लाल भाजी 600 रुपए किलो के साथ सबसे ज्यादा मांग में है। इसके बीज की उपलब्धता बेहद सीमित है। टमाटर 10 ग्राम का पैकेट 200 से 400 रुपए में मिल रहा है तो फुलगोभी के बीज की खरीदी के लिए 300 रुपए निकालने होंगे। बैगन का 10 ग्राम का पैकेट 80 से 100 रुपए में मिलेगा। हरी मिर्च के लिए 300 से 400 रुपए निकालने होंगे। भिंडी के बीज की खरीदी 2000 से 3000 रुपए किलो की दर पर करनी पड़ेगी। लौकी 10 ग्राम का पैकेट 40 से 50 रुपए में पड़ेगा तो सेमी का बीज 200 रुपए किलो की दर पर खरीदने होंगे। चिकनी और धारीदार तुरई 10 ग्राम का पैकेट 40 से 50 रुपए में खरीदना पड़ेगा। कुल मिलाकर सब्जी बीज की हर प्रजाति की खरीदी महंगी पड़ रही है।

भाजी के बीज में ये स्थिति
भाजी की कुछ खास प्रजातियां पूरे साल मांग में बनी रहती है। इसमें लाल भाजी शिखर पर रहती आई है। इस बार यह रिकॉर्ड मांग के साथ अपना स्तर बनाए हुए हैं। इसके बीज की कीमत 500 से 600 रुपए किलो बोली जा रही है। 200 रुपए किलो की कीमत के साथ पालक भाजी दूसरे नंबर पर है। मेथी भाजी के बीज की कीमत 80 रुपए किलो के साथ राहत तो दे रही है लेकिन कुसुम भाजी के बीज की खरीदी के लिए 50 रुपए निकालने होंगे। खेड़ाहा भाजी 200 रुपए किलो, अमारी भाजी का बीज 60 रुपए और चेंच भाजी 150 रुपए किलो के साथ भाजी बीज के बाजार में सबसे निचले पायदान पर है।

“उद्यानिकी फसलों में सब्जी की खेती का रकबा जिस लिहाज से बढ़ रहा है उसका असर सब्जी के बीज की कीमतों पर भी पड़ रहा है। इस समय लाल भाजी के बीज की शॉर्टेज है तो फुल गोभी, टमाटर और बैगन के बीज की मांग भी बढ़ी हुई है।”

कमल वर्मा
संचालक, वर्मा बीज भंडार, भाटापारा

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