भाटापारा- 11 एकड़ में फैला मंडी प्रांगण का कोना- कोना फिर से बनाए जाने की जरूरत है। कृषक विश्राम गृह में जरूरी सुविधाएं बढ़ानी होगी। मजदूरों की संख्या उपज की आवक के अनुपात में बेहद कम है। पेयजल के लिए बनाई गई टंकी की जगह नई टंकी बनानी होगी। छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान ये बातें कहीं।
बढ़ता कारोबार, बढ़ती पहचान और मिलते अच्छे भाव के बाद भाटापारा कृषि उपज मंडी प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी का दर्जा हासिल कर चुकी है लेकिन कारोबार का विशाल साम्राज्य बना चुकी यह मंडी सुविधाओं को लेकर तेजी से पीछे जा रही है। समस्याएं बढ़ती देख कर छत्तीसगढ़ शिक्षक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने 11 नवंबर की अपरान्ह समूचे मंडी प्रांगण का कोना- कोना देखा। अंत में वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि विशाल कारोबार के लिहाज से सुविधाएं शून्य पर आ चुकी है। इस पर यदि फौरन काम ना किया गया तो अस्तित्व खतरे में आ सकता है।
नया बनाना होगा प्रांगण
11 एकड़ के विशाल भू-भाग में बनी कृषि उपज मंडी का प्रांगण फिर से नया बनाने की सबसे पहली जरूरत है ताकि कृषि उपज सही और सुरक्षित रह सके। जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी नालियों का प्रवाह सही करना होगा ताकि प्रांगण में जल जमाव की स्थिति ना बने।
बनानी होगी नई टंकी
पेयजल की समस्या दूर किए जाने के लिए प्रांगण में जो टंकी बनी हुई है उसकी स्थिति खराब हो चुकी है। श्री शर्मा ने अवलोकन के बाद इसकी जगह नई टंकी बनाने का प्रस्ताव भेजने को कहा। आश्वस्त किया कि भविष्य में मंडी की हर समस्या पर उनकी नजर रहेगी। सूचना मिलते ही निदान के लिए प्रयास किए जाएंगे।
अभिकर्ताओं और किसानों से चर्चा
छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने अवलोकन और निरीक्षण के पश्चात मंडी अभिकर्ताओं और किसानों से भी चर्चा की। किसानों ने समस्याएं तो बताई लेकिन संतोष जताया कि भाव सही मिल रहे हैं। मंडी अभिकर्ताओं ने आवक के अनुपात ने मजदूरों की संख्या को कम बताया। इसे बढ़ाने की जरूरत बताई।
“भाटापारा कृषि उपज मंडी में जो भी समस्याएं आ रही हैं उन्हें दूर किए जाने के लिए हर प्रयास प्रयास किए जाएंगे। मैं स्वयं इसके लिए कृषि मंत्री से चर्चा करूंगा ताकि प्राथमिकता से इसे दूर किया जा सके। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंडी प्रबंधन सैनिटाइजेशन का काम नियमित रूप से करें।”
-सुरेंद्र शर्मा,
अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद, रायपुर