रायपुर- फास्टैग की अनिवार्यता के बाद प्रदेश के कई टोल नाकों से विवाद की खबरें आ रही हैं। मंगलवार दोपहर भिलाई के नेहरु नगर टोल प्लाजा पर ट्रांसपोर्टरों ने हंगामा कर दिया। वहां जुटे ट्रांसपोर्टर फास्टैग नहीं होने की सूरत में दोगुना टैक्स देने से इनकार कर रहे थे। उन्हाेंने जबरन बैरियर हटाकर ट्रकों को पार करा लिया।
बताया जा रहा है कि दोपहर 12.25 बजे FCI का धान लेकर रसमड़ा जाने वाले ट्रक टोल नाके पहुंचे। किसी में भी फास्टैग नहीं लगा था। उन्हें टोल नाका पार नहीं करने दिया गया। ड्राइवरों ने इसकी जानकारी ट्रक मालिकों को दी। साथ ही सबसे किनारे वाले लेन में अपनी गाड़ियां भी खड़ी कर दी। ट्रक ड्राइवरों ने न तो दोगुना टैक्स दिया और न ही गाड़ी को पीछे हटाया। कुछ ही देर बाद ट्रक मालिक भी टोल नाका पहुंच गये। उन लोगों ने टोल प्लाजा कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज की। ट्रांसपोर्टरों में से एक युवक ने जबरन टोल लेन का बैरियर हटाकर ट्रकों को पार करा दिया। टोल प्लाजा प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी, पुलिस के पहुंचने तक मामला शांत हो चुका था। बताया जा रहा है, दुर्ग ट्रक मालिक संघ के तहत करीब 800 ट्रक चल रहे हैं।
विवाद में टोल प्रबंधन से पुराने समझौते का पेंच
दुर्ग ट्रक मालिक संघ के अध्यक्ष गुरजीत सिंह ने कहा, पहले ट्रकों के आने-जाने के 90 रुपए लग रहे थे। पिछले दिनों CSP कार्यालय में टोल टैक्स को लेकर बैठक हुई थी। उसमें फास्टैग आने के बाद 110 रुपए आने और 110 रुपए जाने के टैक्स पर सहमति बनी थी। प्लाजा मैनेजर ने लिखित आश्वासन भी दिया। सॉफ्टवेयर अपडेट कराने की बात कही लेकिन ऐसा नहीं किया। टोल प्लाजा के मैनेजर पीके तेवतिया ने कहा, अनिवार्यता के बाद भी ट्रांसपोर्टर फास्टैग लगा नहीं रहे हैं। अभी तक आपसी सहमति से 90 रुपए लेते रहे। अब फास्टैग में उन्हें 275 रुपए देने पड़ रहे हैं।