भाटापारा- देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले का जन्मदिवस पर रविवार को डॉ आंबेडकर युवा मंच ने अनेक कार्यक्रम किए। सावित्री बाई ज्योतिबा फुले के जन्मदिन पर चित्र पर माल्यार्पण कर बुद्ध वंदना और संविधान की प्रस्तावना का वाचन की गई।

डॉ आंबेडकर युवा मंच के तत्वावधान में सावित्री बाई फुले के 190वें जन्मदिवस पर मातादेवालय वार्ड में आयोजित सादगीपूर्ण समारोह को संबोधित करते हुए संयुक्त मोर्चा के महासचिव नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि, देश में अछूतों एवं स्त्रियों की शिक्षा की क्रांतिकारी पहल करने वाली महान समाज सेविका व कवियित्री सावित्री बाई फुले ने अपने जीवन में पग-पग पर यातनाओं, आतंकों व प्रहारों से बहादुरी व पूरे साहस के साथ लोहा लिया था। आजाद सिंह कौशिक ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने भारतीय नारी व दलितों को अस्मिता व गरिमा के साथ जीने का अधिकार दिलाया। दलितों व स्त्रियों के लिये शिक्षा का द्वार खोलकर सावित्रीबाई फुले ने आधुनिक भारत के निर्माण की आधारशिला रखी।

विजय सोनवानी ने कहा कि महिलाएं उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में खुशहाली ला सकती हैं। टेकसिंह मिरी ने सावित्री बाई फुले के अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लिया। समारोह को रमेश रात्रे ने संबोधित किया। इस डॉ आंबेडकर युवा मंच के प्रमोद ऋषि, रोशन नारनावरे, संजय वैद्य, देव भारद्वाज, संदीप रंगारी, अजित पंडवार, मिलिंद वैद्य, रोशन ऊके, दिलीप भारद्वाज, सरगम हुमने, लोकेश निकुसे, प्रदीप रंगारी, श्रीमती जयश्री नारनवरे, भावना हूमने आदि मौजूद रहे।
