जिले में 138 नए संकुल बनाने की योजना तैयार


बलौदाबाजार- स्कूलों की सतत निगरानी में और ज्यादा कसावट लाने के उद्देश्य से 138 नए संकुल बनेंगे। नए संकुलों के बनने के बाद जिले में कुल संख्या 255 हो जाएगी। भाटापारा शैक्षणिक ब्लॉक में इसका असर पड़ने जा रहा है। यह यहां 15 और नए संकुल बनने के बाद नई संख्या 30 होने जा रही है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मुख्यालय ने इस नई व्यवस्था के लिए प्रस्ताव भेज दिया है।

स्कूलों की निगरानी अब और कड़ी होने जा रही है। प्रति संकुल स्कूलों की संख्या कम करते हुए संकुलों की संख्या बढ़ाए जाने का प्रस्ताव है क्योंकि फिलहाल जिस तरह की व्यवस्था चल रही है उसमें पहले से ज्यादा सुधार की संभावना है। कई खामियों पर अध्ययन करने के बाद इन्हें दूर करने के भी सुझाव भेजे गए हैं। जिसमें स्कूलों की संख्या कम करने के बाद दूसरा महत्वपूर्ण सुझाव यह है कि वर्तमान में काम कर रहे संकुल समन्वयक के काम की जिम्मेदारी टीचरों से लिया जा कर प्राचार्य को दिया जाना सही होगा । इस प्रस्ताव को मंजूरी के बाद संकुल समन्वयकों की जिम्मेदारी संभाल रहे टीचरों को लेकर भी दिशा-निर्देश मांगा गया है। बहरहाल जिले के किस ब्लॉक में कितने नए संकुल बनने हैं इसकी पूरी सूची स्कूलों के नाम सहित भेजे जा चुके हैं।

इसलिए नए संकुल
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अंतर्गत संचालित इस व्यवस्था में कई तरह की खामियां थी। सबसे बड़ी खामी यह मिली कि संकुल समन्वयक के क्षेत्राधिकार में कितनी स्कूले होंगी यह तय नहीं है इसलिए किसी के पास 25 तो किसी के पास महज 8 या 10 स्कूल हैं । इससे व्यवस्था में एकरूपता लाने मैं व्यवहारिक दिक्कतें आ रही है। दूसरी समस्या यह है कि संकुल समन्वयकों का काम टीचरों से ही लिया जा रहा है। ऐसे में उनकी उनकी मूल पदस्थापना वाली स्कूल में उनके काम की जिम्मेदारी दूसरे टीचरों को संभालनी पड़ रही है। इसका असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। समस्या या आपात स्थिति पर फैसले के लिए स्वतंत्र नहीं है खंड शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट कर निर्देश तक इंतजार में भी समस्या बढ़ने की जानकारियां आती रही है। इसके अलावा और भी कई तरह की व्यवहारिक कठिनाइयां है जिनकी वजह से संकुल समन्वयकों के हिस्से में आ रही स्कूलों की संख्या नियंत्रित की जाएगी।

प्राचार्य होंगे संकुल प्रभारी
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के प्रस्ताव के मुताबिक संकुलों की संख्या बढ़ाने के बाद नए बनने वाले संकुल क्षेत्र की जिम्मेदारी उस क्षेत्र की हाई स्कूल के प्राचार्य को दी जाएगी। इससे सारे काम अनुशासित दायरे में रहकर किए जाएंगे। इस काम में प्राचार्य के अनुभव का लाभ भी उस क्षेत्र के स्कूलों को मिलेगा। किसी भी समस्या का हल निकालने की भी छूट उन्हें दिए जाने के प्रस्ताव है।

जिले में 138 नए संकुल
छः विकासखंड वाले इस जिले में इस समय 117 संकुल काम कर रहे हैं। इनकी संख्या में 138 नए संकुल के और इजाफा किए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। नई संख्या को मिलाकर जिले में कुल 255 संकुल हो जाएंगे। इस नए बदलाव के बाद भाटापारा ब्लॉक में 15 नए संकुल होंगे इसे मिलाकर ब्लॉक में 30 संकुल अस्तित्व में आ जाएंगे। इसके बाद एक संकुल क्षेत्र में औसत स्कूलों की संख्या 8 से 10 के आसपास होगी। बता दे कि भाटापारा ब्लॉक जिले का सबसे बड़ा ब्लॉक है।

इस पर मांगा दिशा निर्देश

राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मुख्यालय से भेजे गए प्रारूप में नए संकुलों के स्वरूप को लेकर दिशा निर्देश मांगा गया है कि वर्तमान में जो शिक्षक संकुल समन्वयक के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं उनके लिए आगामी आदेश क्या होंगे? क्या उन्हें उनकी मूल पदस्थापना वाली स्कूलों में वापसी करनी होगी या नए संकुल समन्वयक के अधीन काम करना होगा? इसके अलावा व्यवस्थित कामकाज के लिए कार्यालय और स्टाफ का पूरा सेटअप की भी जरूरत बताई गई है।

“जिले में 138 नए संकुल बनाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। मंजूरी के बाद संकुलों की संख्या 255 हो जाएगी। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद हाई स्कूल के प्राचार्य को संकुल समन्वयक की जिम्मेदारी दिया जाना है।”

आर सोमेश्वर राव, प्रभारी मिशन संचालक, राजीव गांधी शिक्षा मिशन बलौदाबाजार

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