रायपुर- रायपुर के सिविल लाइंस थाना स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में राजधानी की पुलिस और दवा के कारोबारियों की एक खास बैठक हुई। इस बैठक का मकसद था शहर में बढ़ते नशीली दवाओं की तस्करी के मामलों पर लगाम कसना। रायपुर शहर के एडिशनल एसपी लखन पटले और सिविल लाइन इलाके के सीएसपी नसर सिद्दीकी ने इस बैठक में दवा कारोबारियों से बातचीत की। ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए।

रखनी होगी जानकारी
पुलिस अधिकारियों ने मेडिकल व्यवसायियों से साफ तौर पर कहा है कि अब प्रतिबंधित दवाइयों को लेकर सख्ती बढ़ाई जाएगी। दवाओं के लेन-दने में होने वाली लापरवाही का फायदा उठाकर नशे में इन दवाओं का इस्तेमाल तस्कर करवा रहे हैं। पिछले दिनों गुढ़ियारी के केमिस्ट को इस मामले में पकड़ा गया था। अब सभी दवा कारोबारियों को इस तरह की दवाओं का पूरा सटीक रिकॉर्ड रखना होगा। बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के दवा नहीं दे सकेंगे। प्रिसक्रिप्शन स्लिप की एक कॉपी मेडिकल में भी रखनी होगी और दूसरी कॉपी मेडिकल की सील लगाकर मरीज को देनी होगी।

अधिकारियों ने यह भी कहा कि यदि होलसेल पर किसी बड़ी एजेंसी को दवा की खेप पहुंचाई जा रही है तो उस एजेंसी से क्रॉस चेक जरुर करें। सिविल लाइन सीएसपी नसर सिद्दीकी ने बताया कि कई बार यह देखने में आया है कि केमिस्ट की लापरवाही की वजह से नशीली दवाएं तस्करों तक पहुंच जाती है और नशे के कारोबार को बढ़ावा मिलता है। इसलिए बैठक लेकर साफ तौर पर कहा गया है कि दवाओं के लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड मेंटेन करना होगा। कुछ दिन पहले ही रायपुर के एसएसपी अजय यादव ने सभी थानों में इस तरह की दवाओं के अवैध खरीद फरोख्त पर निगरानी रखने कहा है।

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