राजस्थान में सियासी घमासान चरम पर है. विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच राजनीतिक घटनाक्रम मैं तेजी से बदलाव आ रहा है सूत्रों की माने तो डिप्टी सीएम सचिन पायलट 12 कांग्रेस व तीन निर्दलीय विधायकों के साथ दिल्ली व हरियाणा में रुके हुए है. वही पार्टी के 30 विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों की टीम उनका समर्थन कर रही है. इन सबके बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी विधायकों व मंत्रियों से बात रहे हैं व सभी को अपने क्षेत्र को छोड़कर जयपुर बुलवा रहे हैं…
जयपुर। पुष्ट सूत्रों की माने तो नाराज चल रहे कांग्रेसी विधायक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने बकायदा समय भी लिया है.
इस पॉलिटिकल नौटंकी के पीछे क्या है कारण
दरअसल पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस बताया जा रहा है. इस मामले में उनसे पूछताछ की जाएगी. हालांकि एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत अन्य मंत्रियों को भी नोटिस भेजा है, सीएम ने कहा है कि यह सामान्य प्रक्रिया है, वही राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि एसओजी की नोटिस के बाद पायलट समर्थक – विधायक नाराज हैं, उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दी है. अब उनके साथ काम करना असंभव है.
सिंधिया ने कांग्रेस की कार्यशैली पर उठाया प्रश्न चिन्ह
उन्होंने ट्वीट कर कहा :- मुझे यह देखकर बहुत दुख होता है कि राजस्थान सीएम के द्वारा मेरे भूतपूर्व सहयोगी सचिन पायलट को जिस प्रकार दरकिनार कर सताया जा रहा है यह प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस में प्रतिभा और क्षमता को कम महत्व दिया जाता हैं।