बलौदाबाजार/भाटापारा- दुर्गोत्सव पर दुर्गा पंडालों में कोविड-19 के नियमों के पालन की अनिवार्यता के बाद अब नजर देवी मंदिरों पर है जहां ज्योति कलश स्थापना की तैयारियां बहुत जल्द चालू होनी है। लेकिन इस बार मंदिर प्रबंधन समितियों को कुछ ज्यादा सावधानियां बरतनी होंगी और जिम्मेदारी लेनी होंगी कि प्रबंधन से जुड़े लोग व सेवादार पूरी तरह स्वस्थ हों।

नवरात्रि पर देवी मंदिरों को कुछ बेहद जरूरी और खास इंतजाम करने होंगे। इसमें सबसे बड़ा काम भीड़ नियंत्रित करने या भक्तों की आवाजाही को नियंत्रित करने का होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना भले ही छक्के छुड़ा देने वाली होगी लेकिन यह काम करना ही होगा। प्रवेश के दौरान नजर रखनी होगी कि जो भक्त पहुंच रहे हैं वे मास्क लगाए हुए हैं या नहीं? तीसरा काम सैनिटाइजेशन का होगा। मंदिर का कोना-कोना नियमित रूप से सैनिटाइजेशन तो करना ही होगा साथ ही भक्तों को भी जागरूक करने की जिम्मेदारी भी लेनी होगी। समितियां चाहे तो यह व्यवस्था अपने स्तर पर भी कर सकती हैं।

पुजारियों और सेवादारों के लिए
नवरात्रि पर ज्योति कलश स्थापना के पहले मंदिर समितियों को अपने सभी सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण तो करवाना ही होगा साथ ही कोरोना टेस्ट अलग से अनिवार्य रूप से करवानी होगी। यह सावधानी रखने और टेस्ट रिपोर्ट प्रबंधन के पास पहुंचने के बाद ही मंदिर प्रवेश की अनुमति होगी।

ज्योति कलश कक्ष में प्रवेश से पहले
देवी मंदिरों में ज्योति कलश की निगरानी और जरूरी इंतजाम के लिए जिन सेवादारों से काम लिया जाना है उनको अलग से कोरोना टेस्ट करवाना होगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि संबंधित सेवादार पूरी तरह स्वस्थ है। ज्योति कलश कक्ष के दर्शन के लिए मंदिर समितियां अपने स्तर पर सुरक्षा मानक के साथ अनुमति दे सकेगी।

यह भी अनिवार्य
कोविड-19 के नियमों के पालन के लिए सुझाए गए जरूरी सुरक्षा मानक जैसे मास्क, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश के बाद निकास तक के हर क्षेत्र में पहुंचने वाले भक्तों सेवादार और मंदिर समिति के पदाधिकारी और सदस्यों को करना होगा। देखना होगा कि इन नियमों का पालन हो रहा है या नहीं?

मंदिर समितियों की जिम्मेदारी
कोरोना काल में जिस तरह जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है उसके बाद नवरात्रि पर देवी मंदिरों में सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम के साथ व्यवस्था में लगे पुजारियों सेवादारों और सदस्यों की स्वास्थ्यगत सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह मंदिर समितियों की ही होगी।

“नवरात्रि पर देवी मंदिरों में कोविड-19 के सुरक्षा मानक के पालन की पूरी जिम्मेदारी मंदिर समितियों की होगी। मंदिर प्रबंधन से जुड़े सभी लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा।”
सुनील कुमार जैन

कलेक्टर, बलौदाबाजार

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