@अशोक साहू
भाटापारा। भरपूर आवक के बीच बाधा बन रही बारिश को देखते हुए मंडी प्रशासन ने शनिवार और रविवार को आवक रोकने का फैसला किया है। इसकी विधिवत सूचना उद्घोषणा करते हुए अभिकर्ताओं को भी कहा है कि वे अपने-अपने संपर्क में आने वाले गांवों तक इस फैसले की सूचना पहुंचाएं ताकि आने के बाद होने वाली परेशानी से बचा जा सके।
चालू सप्ताह के पहले दिन से ही मंडी में धान की आवक लगातार बढ़ रही है। व्यवस्था संभालने और नियंत्रित करने के उपाय के बीच मोटा धान की नीलामी एक साथ दो जगहों से किए जाने जैसी विधि अपनाई गई जो सफल रही। उसका एक फायदा यह हुआ कि समय पर सारे काम होने लगे लेकिन गुरुवार की दोपहर हुई बारिश ने एक बार फिर से रह गई कुछ कमियां उजागर कर दी। बचाव के उपाय अपनाए जाने से नुकसान का आंकड़ा नियंत्रण में रहा लेकिन बड़ी मात्रा में कृषि उपज का तौल नहीं हो पाया। इस बीच शुक्रवार के लिए गाड़ियां लग चुकी थी लेकिन मंडी की स्थिति को देखते हुए प्रबंधन ने अगले 2 दिन याने शनिवार और रविवार को आवक नहीं लेने की सूचना जारी कर दी है ताकि प्रांगण और शेड को पूरी तरह खाली करवाया जा सके।

इसलिए 2 दिन का ब्रेक
चालू सप्ताह में लगभग हर दिन आवर की मात्रा बढ़ती रही। यह गुरुवार को अपने उच्चतम शिखर पर थी जब यह मात्रा 20000 बोरा को पार कर गई। मौसम ने व्यवस्था भी बिगाड़ी लेकिन सजगता और व्यवस्था की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ा। इस बीच शुक्रवार के लिए गाड़ियां आ चुकी थी। उन्हें खाली होती जगह पर अनलोड करवाया गया। शुक्रवार की सुबह भी गाड़ियां आई लेकिन तब तक सारे जगह पैक हो चुके थे इसलिए नीलामी और बाद की प्रक्रिया के निपटने के बाद हुई खाली जगह पर अनलोड करवाया गया यह मात्रा भी काफी है लिहाजा सभी पक्षों की सहमति के बाद यह फैसला लिया गया कि शनिवार और रविवार को आवक पर रोक लगाई जाए। इसकी सूचना बाकायदा परिसर के भीतर उद्घोषणा के जरिए किसानों तक पहुंचाई गई और अभिकर्ताओं से भी कहा गया कि अपने-अपने संपर्कों के जरिए गांव तक सूचना भिजवाए।

शुक्रवार की आवक ऐसी रही
हमेशा की तरह शुक्रवार को भी प्रांगण में धान की कुल आवक 13200 बोरा में से अकेले महामाया धान की हिस्सेदारी 10000 बोरा की रही। जबकि गुरुवार को यह मात्रा 20300 बोरा की थी इसमें महामाया की हिस्सेदारी 8800 बोरा की थी। इसके पूर्व बुधवार की आवक 16944 बोरा की की दर्ज की जा चुकी है। गुरुवार की स्थिति और आवक पर नजर डालने के बाद शुक्रवार की सुबह मंडी प्रबंधन ने फैसला किया कि आवक पर नियंत्रण के बिना स्थिति नहीं सुधारी जा सकेगी क्योंकि शनिवार के लिए गाड़ियों की संख्या भी ज्यादा थी। इसलिए शनिवार और रविवार को आवक पर ब्रेक लगाने का फैसला लिया गया है। सभी की सहमति के बाद इसके उद्घोषणा करवाई गई और अभिकर्ताओं को संदेश भेजकर कहा गया कि वह इसकी जानकारी अपने क्षेत्र के किसानों तक पहुंचाएं ताकि जगह जाम की स्थिति से होने वाली परेशानी से बच सकें।
“आवक की मात्रा और प्रांगण व शेड की स्थिति को देखते हुए सभी की सलाह पर शनिवार और रविवार को आवक के लिए मनाही की सूचना विधिवत परिसर में घोषणा के जरिए दी जा चुकी है।”
डीके सिंह
सचिव, कृषि उपज मंडी भाटापारा