भैसा- संसद में पास हुुुए कृषि बिल को लेेेकर देश भर में विरोध शुरू हो चुका। इसको लेकर अलग-अलग जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देें रहे है। भारत के इतिहास में राज्यसभा में किसान विधेयक बिल को पास कराने के लिए जो हतकंडे मोदी सरकर ने अख्तियार किऐ है, वह काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा। उक्त बातें श्रीमति केसरी मोहन साहू जिला पंचायत सदस्य रायपुर ने कही। श्रीमती साहू ने कहा की केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी और पूंजीपतियों के समर्थक करते हुए किसान विधेयक बिल लाया है, जो देश के किसानों को गर्त में ले जाने वाला झूठ का पुलिंदा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश और किसानों को छलने का काम कर रही है। किसानों के अधिकार के नाम पर मोदी सरकार मंडी व्यवस्था व समर्थन मूल्य जैसे मुद्दो में भटकाव लाकर किसानों के हित को पुंजीपतियो के हाथों गुलाम बनना चाहती है और विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। यह लोकतंत्र की हत्या है, इसे  देश बर्दाशत नही करेगा। केसरी मोहन साहू ने कहा की जिस बिल की बात राजग की सरकार कर रही है वह बिहार में  लागू है, लेकिन वहाँ के किसानो की हालत किसी से छीपी नही है। यह बिल सीधे तौर पर व्यापारी  पूंजीपतियों के भरोसे कीसानों को सौपने की साजिश है जिसका कांग्रेस पूरजोर विरोधी करती है।

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