भाटापारा- नए साल का पहला सप्ताह। चौथी तेजी के बाद अब खाद्य तेल की खरीदी के लिए 200 रुपए ज्यादा लेकर निकलें क्योंकि अब ये 1800 रुपए मे नहीं 2000 रुपए में मिलेगा। लगातार बढ़त ले रहा खाद्य तेल अब हलाकान नही हताश कर रहा है। इसलिए खरीदी में इसकी मात्रा सीमित करनी चालू कर दी गई है।
घरेलू गैस की कीमतों में आई तेजी के बाद किराना सामान की सूची में प्राथमिकता के साथ लिखा जाने वाला खाद्य तेल जिस तरह महंगा हो रहा है वह अब बाजार का गणित बिगाड़ रहा है क्योंकि खरीदी में आ रही गिरावट चिंता का कारण बन चुकी है। नए साल के पहले ही महीने, पहले ही सप्ताह में आई तेजी के बाद खरीदी की सूची में यह नीचे उतरता जा रहा है।
10 दिन में चौथी बढ़त
गुजर चुके साल का अंतिम महीना, अंतिम सप्ताह। तारीख थी 27 दिसंबर जब एक झटके में खाद्य तेल में 300 रुपए की तेजी आई। नए साल का पहला महीना, पहला सप्ताह, अब फिर से 200 रुपए का तगड़ा झटका दे कर यह 1800 रुपए टीन की जगह 2000 रुपए में ही खरीदा जा सकेगा।
ये तेज-ये स्थिर
हमेशा की तरह मांग में रहने वाला राइस ब्रान ऑयल के सभी ब्रांड 200 रुपए की बढ़त के बाद 2000 रुपए में ही खरीदे जा सकेंगे। स्ट्रीट फूड काउंटर से लेकर घरों तक में पहुंचने वाले राइस ब्रान ऑयल में जो तेजी आ चुकी है उसके बाद सोयाबीन तेल भी महंगा हो चुका है जबकि मूंगफली तेल 3000 रुपए टीन की कीमत के साथ चुपचाप कोने में पड़ा हुआ ग्राहकी देख रहा है।
अब इस कीमत पर
नई तेजी के बाद अब राइस ब्रान ऑयल की कीमत समान हो चुकी है याने सभी ब्रांड 1800 रुपए की जगह 2000 रुपए टीन पर मिलेंगे। प्रतिस्पर्धा के साथ सोयाबीन भी 200 रुपए की वृद्धि के बाद 2000 रुपए टीन पर आ पहुंचा है। सरसों और मूंगफली तेल एक कोने में बैठे हुए उस ग्राहक के इंतजार में हैं जो इनकी खरीदे कर सकें लेकिन ग्राहक इनसे दूरी बना चुका है।
ये बदल रहे रास्ता
पामोलिन एक ऐसा खाद्य तेल जो इस समय मौजूद दूसरे खाद्य तेल की तुलना में 300 रुपए सस्ता है। तेजी के बाद होटल, रेस्टोरेंट्स कारोबार ने खरीदी की दिशा बदलनी चालू कर दी है। अब यह क्षेत्र राइस ब्रान की जगह पामोलिन ऑयल की खरीदी करते हुए बचत का रास्ता खोज लिया है क्योंकि इसकी खरीदी पर 1700 से 1750 रुपए ही खर्च करने पड़ रहे हैं।