कुरूद- कटाई के बाद तरबूज की सेवन की अवधि होगी 30 से 45 दिन, खरबूजा सही रहेगा 6 से 8 दिन। सब्जी बाड़ियों में ली जा रही उद्यानिकी फसलों के साथ चार ऐसी जरूरी फसल की कटाई के बाद, सही रहने की जानकारी कृषि वैज्ञानिकों ने साझा करते हुए यह भी बताया है कि यह चारों सेवन के योग्य हैं या नहीं? इसकी पहचान कैसे की जा सकती है।
मिठाइयों की सेल्फ लाइफ तय होने किए जाने के बाद अब सीजन के फलों की भी उम्र तय होने जा रही है। अपने स्तर पर की गई जांच में मिले परिणाम, साझा करते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है कि कोरोना काल में खान-पान की बदली शैली के बीच किस तरह सुरक्षित और स्वस्थ रहा जा सकता है। यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब, सावधानी रखने की जरूरत कदम-कदम पर पड़ रही है।

इसलिए की जांच
सब्जी वैज्ञानिकों ने यह जाँच ऐसे समय में की है, जब सेहत को लेकर केंद्रीय आयुष मंत्रालय समय-समय पर अहम जानकारियां, गाइडलाइन के साथ दे रहा है। खानपान की बदलती शैली के बाद ग्रीष्मकालीन फलों में सबसे ज्यादा सेवन, तरबूज, खरबूज, खीरा और ककड़ी का किया जाता है। यह इसलिए क्योंकि उपलब्ध फलों की तुलना में यह सस्ती है। इसलिए हर वर्ग का उपभोक्ता इसकी खरीदी करता है। सबसे ज्यादा खाने वाले तरबूज, खरबूज, खीरा और ककड़ी की जांच सबसे पहले की गई है।

कौन कितने दिन सही
तरबूज को 30 से 45 दिन के भीतर ही सेवन के योग्य माना गया है। सही या गलत की पहचान के तरीके बताते हुए यह जानकारी भी दी गई है कि तरबूज को दबा कर देखें, अगर उंगलियां धंस जा रही हैं, मतलब सेवन के योग्य नहीं हैं। कटाई के बाद खरबूज 6 से 8 दिन ही सही होगा तो खीरा भी इतने ही दिन के भीतर सेवन किया जा सकेगा। ककड़ी की भी उम्र इतने ही दिन की होगी। अगर इन तीनों में हल्के काले या भूरे धब्बे उभर आए हों तो समझ लीजिए यह खाने के योग्य नहीं हैं।
“तरबूज, खरबूज, खीरा और ककड़ी की जांच इसलिए की गई है क्योंकि यह सबसे आसान उपलब्धता वाली खाद्य सामग्री हैं। थोड़ी सी सावधानी खरीदने के समय रखें तो सेहत को सुरक्षित रखा जा सकता है।”
डॉ. अमित दीक्षित,
साइंटिस्ट, वेजिटेबल साइंस, कृषि महाविद्यालय, कुरूद
“खानपान की सामग्री के सेवन से पहले थोड़ी सी भी सावधानी भविष्य के खतरे से बचा सकती है। कृषि वैज्ञानिकों की यह जांच नि:संदेह अच्छी पहल है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन इसे भी ध्यान में रखेगा।”
डॉ. आर के शुक्ला,
असिस्टेंट कमिश्नर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रायपुर