नई दिल्ली- देश भर में आज दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच किसान चक्का जाम शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है, ताकि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई अभूतपूर्व हिंसा को नहीं दोहराया जा सके। अपने तीन घंटे के जाम के दौरान किसान अपने आंदोलन स्थलों के पास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद का विरोध करने के लिए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध करेंगे। हालांकि आंदोलनकारी किसान दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सड़कों को बंद नहीं करेंगे। जयपुर सहित राजस्थान के कई इलाकों में किसान आंदोलन के समर्थन में और तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर चक्का जाम किया गया। कांग्रेस के नेता भी खुलकर इस बार किसानों के साथ खड़े दिखाई दिए और उन्होंने इस चक्का जाम कार्यक्रम में भाग लिया। इन लोगों ने टोल प्लाजा के पास जगह-जगह सभाएं की और अपनी गाडिय़ों को सड़क के बीच में लगाकर चक्का जाम किया। हालांकि राजस्थान पुलिस के जवानों ने चक्का जाम के चलते जाम में फंसे गाडिय़ों को निकालने की पूरी कोशिश की, लेकिन उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ा। वैसे इससे पहले भी राजस्थान में कांग्रेस ने किसानों के ट्रैक्टर जाम को अपना समर्थन दिया था और आज वे खुद चक्का जाम में भी शामिल हुए।
पंजाब में देखा जा रहा है असर
खेती कानूनों के विरोध में किसानों का किसानों का जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 6 फरवरी को देशभर में किए गए चक्का जाम करने के आह्वान पर पंजाब में पूरा असर देखने को मिल रहा है। बरनाला जिले में भारतीय किसान यूनियन उगराहां द्वारा 3 मुख्य मार्गो और 30 किसान संगठन द्वारा 6 जगहों पर चक्का जाम करके धरने लगाये हैं। इस चक्का जाम में भारी संख्या में किसान, नौजवान और महिलाएं शामिल हुए हैं। किसानों ने कहा कि खेती कानून रद्द करवाने के लिए संघर्ष शुरू किया गया है, जब तक खेती कानून रद्द नहीं होते उनका संघर्ष जारी रहेगा। हरियाणा: किसानों द्वारा दिए गए देशव्यापी चक्का जाम आह्वान के तहत पलवल के पास अटोहन चौक पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। दिल्ली के शहीदी पार्क में पहुंचे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर यहां से हटाया गया है। बड़ी संख्या में महिलाएं भी प्रोटेस्ट करने पहुंची थी। शहीदी पार्क के पास नारेबाजी की। पुलिस के मना करने के बाद भी नहीं हटे, जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर बस में बिठाकर यहां से हटाया। प्रदर्शनकारियों ने शाहजहांपुर बॉर्डर (राजस्थान-हरियाणा) के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, क्योंकि आज दोपहर 12 बजे से 3:00 बजे तक किसानों द्वारा दिए गए चक्का जाम कॉल का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही किसानों द्वारा दिए गए चक्का जाम के आह्वान के तहत पंजाब के अमृतसर और मोहाली में भी प्रदर्शनकारी किसान सड़कों पर बैठे और हाईवे को जाम किया। बेंगलुरु में किसानों द्वारा बुलाए गए देशव्यापी चक्काजाम के तहत येलहंका पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। किसानों के चक्का जाम में विपक्षी पार्टियां भी कूद गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कहा, मैं उन सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे कृषि कानूनों का विरोध करते हुए सड़कों पर आएं और आज दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धरना में शामिल हों। क्क ्रष्ठत्र, कानून और व्यवस्था ने कहा कि किसानों का विरोध शुरू होने के बाद से यूपी पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा बनाए रखी है। हमें किसान संगठनों का समर्थन मिला है, उनके सहयोग और हमारे प्रयासों से अब तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। आज हमने पर्याप्त सुरक्षा बल भी तैनात किया है। जम्मू-कश्मीर: किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर चक्का जाम किया।