नई दिल्ली- कर्तव्य के लिए सराहनीय समर्पण दिखाते हुए मोदीनगर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट सौम्या पांडे डिलिवरी के मात्र 14 दिन के बाद आफिस पहुंच गई। उन्हें इस जुलाई में गाजियाबाद जिले में कोविड के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। उन्होंने दो सप्ताह पहले बच्ची को जन्म दिया है। पांडे ने कहा, मैं एक आईएएस अधिकारी हूं, इसलिए मुझे अपनी सेवा को देखना होगा। कोविड-19 के कारण सभी पर एक जिम्मेदारी है। भगवान ने महिलाओं को अपने बच्चे को जन्म देने और देखभाल करने की शक्ति दी है। आईएएस अधिकारी ने कहा ग्रामीण भारत में महिलाएं प्रसव के निकट दिनों में गर्भावस्था में अपनी गृहस्थी और अपने जीवनयापन से संबंधित काम करती हैं और जन्म देने के बाद वे बच्चे की देखभाल करती हैं। इसके साथ ही वह अपने काम और घर का प्रबंधन भी करती हैं। इसी तरह यह भगवान का आशीर्वाद है कि मैं अपने तीन हफ्ते की बच्ची के साथ अपना प्रशासनिक काम करने में सक्षम हूं। उन्होंने कहा मेरे परिवार ने इसमें मेरा बहुत समर्थन किया है। मेरी पूरी तहसील और गाजियाबाद जिला प्रशासन, जो मेरे लिए एक परिवार की तरह है। जिला मजिस्ट्रेट और प्रशासन के कर्मचारियों ने मुझे गर्भावस्था के दौरान और बाद में भी मेरा समर्थन किया। एसडीएम ने कहा जुलाई से सितंबर तक मैं गाजियाबाद में कोविड नोडल अधिकारी थी। सितंबर में मुझे अपने ऑपरेशन के दौरान 22 दिनों की छुट्टी मिली। डिलीवरी के दो हफ्ते बाद, मैं तहसील में आई हूं। उन्होंने कहा प्रत्येक गर्भवती महिला को कोविड-19 महामारी के दौरान काम करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।