रायपुर- अरसे से सुस्त महुआ फिर छलांग लगाने लगा है। एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर की अनिवार्यता के बाद अब यह 5000 नहीं 5400 रुपए क्विंटल की कीमत पर सैनिटाइजर बनाने वाली यूनिटों तक पहुंचने लगा है। नई फसल चालू माह के अंत तक बाजार में पहुंच बना लेगी लेकिन कीमतों में अब उतार की संभावना नहीं है क्योंकि शिक्षण संस्थान, कोचिंग सेंटर और स्किल ट्रेनिंग सेंटर में एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर की शर्त रखी जा चुकी है।
है तो दर्जनों सैनिटाइजर, कीटाणु रोधी साबुन की भी भरमार है। लेकिन 10 माह बाद खुली शिक्षण संस्थानों, कोचिंग सेंटर और स्किल ट्रेनिंग सेंटर में कोविड-19 से बचाव के लिए जो जरूरी सुरक्षा अनिवार्य रूप से किए जाने की हिदायत जारी की गई है उसमें एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर का ही उपयोग किए जाने की शर्त ने महुआ संग्राहकों को बढ़िया मौका दिया है अच्छी कमाई का क्योंकि सीजन अगले पखवाड़े ही बाजार तक पहुंच बनाने की तैयारी कर चुका है। अनिवार्यता के बाद सुस्त महुआ में क्विंटल पीछे 400 रुपए की तेजी आ चुकी है। इसमें और तेजी की संभावना बन रही है क्योंकि एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर यूनिटों की मांग ने पहुंच बना ली है।

अब 5400 रुपए
प्रदेश में महुआ से अल्कोहल बनाने वाली यूनिटों में कोरोना काल से अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का भी उत्पादन हो रहा है। ऐसे में महुआ की मांग में अरसे बाद तेजी आने लगी है। बीते सप्ताह ही 5000 रुपए क्विंटल पर मिल रहा महुआ अब 5400 रुपए क्विंटल पर पहुंच चुका है। जैसे संकेत मिल रहे हैं उसे देखते हुए मानकर चला जा रहा है कि इसमें और तेजी आ सकती है।

नई फसल 15 दिन बाद
सैनिटाइजर बना रही शराब यूनिटों के पास वैसे तो भरपूर स्टॉक है लेकिन एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर के लिए महुआ में अब तक का सबसे बेहतर गुण होने के खुलासे के बाद न केवल पूछ परख बढ़ चुकी है बल्कि मांग भी जोरदार है। कड़ी शर्तों के बाद खुली शिक्षण संस्थानों में ऐसे सैनिटाइजर की उपयोग की शर्त के बाद नई फसल में भी तेजी बने रहने की संभावना है क्योंकि तेजी का आना अभी से चालू हो चुका है।

यहां का बेहतर
प्रदेश में वैसे तो महुआ का उत्पादन लगभग सभी जिलों में होता है लेकिन जो गुणवत्ता गरियाबंद, धमतरी, बस्तर, सरगुजा और जशपुर के साथ रायगढ़ के महुआ में है वह दूसरे जिलों के महुआ में नहीं है। लिहाजा इन जिलों की फसल को हमेशा से प्राथमिकता दी जा रही है। इस बार नुकसान की खबर नहीं है इसलिए उत्पादन बीते साल से 2 गुना ज्यादा होने की संभावना है।
“एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर के ही उपयोग की अनिवार्यता के बाद महुआ में 1 सप्ताह में 400 रुपए की तेजी आ चुकी है। यह तेजी नहीं फसल के आने तक बनी रहने की संभावना है।”
सुभाष अग्रवाल,
संचालक, एस पी इंडस्ट्रीज, रायपुर