रायपुर- 75 से 100 टन की खपत वाला रंग गुलाल का बाजार बेहद शांत है। निर्माण इकाइयों में काम तो हो हो रहा है लेकिन उत्पादन की गति बहुत धीमी है क्योंकि बाजार की मांग अब तक पहुंच नहीं पाई है। स्थितियां जैसी बनती दिखाई दे रही हैं, उसे देखते हुए यह मानकर चला जा रहा है कि उम्मीद का किया जाना जबरदस्त संकट में डाल सकता है।
एक-एक कर सारे पर्व और त्यौहार को ध्वस्त करते कोरोना की पहुंच अब 28 मार्च को आ रही होली तक होती नजर आती है। रंग गुलाल के बाजार तक पहुंच रहा कोरोना का भय इतना ज्यादा है कि दूर गुजरात और उत्तर प्रदेश की इकाइयां तक दहशत में है। अपने छत्तीसगढ़ का हाल भी कुछ बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि घरेलू मांग पर निर्भर इन इकाइयों तक स्टॉकिस्ट और रिटेल काउंटर की मांग अब तक नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में छत्तीसगढ़ का 100 टन का बाजार सिर्फ इंतजार ही कर रहा है।

उड़ा रंग गुलाल का
बीते कुछ साल से गुलाल के बढे़ प्रचलन के बाद इसकी मांग बढ़त की ओर ही रही है लेकिन इस बार इस बढ़त पर कोरोना का ब्रेक लग चुका है। मंदिर- देवालय में स्थितियां सामान्य हो चली है। इसलिए थोड़ी बहुत मांग इसी क्षेत्र से निकली हुई है। इसलिए गुलाल बनाने वाली इकाइयों का ध्यान इस पर ही है। लेकिन इस मांग के दम पर अंतिम सांस लेती इन इकाइयों को बहुत ज्यादा दिन तक नहीं चलाया जा सकता। इसलिए होली की मांग का इंतजार है।

शांत है हाथरस
गुलाल के अलावा रंग बनाने वाला हाथरस के हाथ से बाजार छूटता नजर आ रहा है क्योंकि देश की मांग भी यहां के उद्योगों तक नहीं पहुंच पाई है। इसलिए हाथरस ने उतना ही उत्पादन करना चालू कर दिया है, जितनी मांग निकल रही है। रही बात होली की तो उससे हाथरस को भी इंकार नहीं है कि इस बार उसे इसका साथ मिल पाएगा।

गुजरात में शांति
रंग गुलाल के लिए देश की लगभग 50 फ़ीसदी मांग को पूरा करने वाला गुजरात इस बार बेहद शांत है। बीते साल तो जैसे-तैसे करके कोरोना के पहले मांग को पूरा कर चुका गुजरात इस बार बेहद संभलकर कदम बढ़ा रहा है क्योंकि मांग ने यहां भी दस्तक नहीं दी है। इसलिए यहां भी उम्मीद की कोई गुंजाइश नहीं है।

उम्मीद के सहारे
28 मार्च को होली के लिए अपने राज्य का बाजार अब भी उम्मीद का दामन नहीं छोड़ पाया है। 100 टन रंग गुलाल की खपत वाला छत्तीसगढ़ 75 टन की मांग की संभावना लेकर चल रहा है।भाव भले ही गुलाल में 20 से 70 रुपए और रंग में 50 से 70 रुपए किलो बोले जा रहे हैं लेकिन होलसेल और रिटेल काउंटर तक खरीदी तो दूर, पूछ -परख तक नहीं हो पा रही है। इसलिए फिलहाल इंतजार ही किया जा रहा है।