भाटापारा- मध्य फरवरी नहीं, इस बार आइसक्रीम और पानी पाउच का कारोबार मार्च के पहले पखवाड़े में शुरू होगा। 1 माह आगे हो चुका सीजन उम्मीद तो जगा रहा है लेकिन पहले ही प्रयास में हाथ आई नाउम्मीदी संकेत दे रही है कि भरपूर तैयारी के साथ बाजार में पहुंचना गंभीर आर्थिक संकट से सामना करवा सकता है।

वो 2020 का मार्च का महीना था जब कोरोना ने तेजी से हर वर्ग और हर कारोबार को अपनी चपेट में लिया था। कारोबार में सबसे पहला झटका पानी पाउच और आइसक्रीम बनाने वाली इकाइयों को लगा क्योंकि यह कारोबार आर्डर ले चुका था। डिलीवरी भी की जा चुकी थी लेकिन जब तक उत्पादन, उपभोक्ता के हाथों में पहुंचते, लॉकडाउन ने दोनों को लॉक कर दिया। अच्छे दिन के इंतजार में 10 महीने निकल गए। अब, जब दिन सामान्य होने लगे हैं तब नुकसान झेल चुका यह कारोबार फिर से खुद को अपने पैरों में खड़ा करने के प्रयास में लगा है क्योंकि सीजन को मात्र डेढ़ माह रह गए हैं।

उम्मीद के बीच तैयारी
वैसे तो पानी पाउच और आइसक्रीम का सीजन मध्य फरवरी से चालू होता है लेकिन बाजार की स्थिति अभी भी यही संकेत दे रही है कि ज्यादा उम्मीद बना कर चलना गंभीर आर्थिक संकट में फंसा सकता है। लिहाजा फूंक-फूंक कर कदम रखकर आगे बढ़ते यह दोनों अब यूनिटों की मरम्मत, कच्ची सामग्री की उपलब्धता और अनुभवी हाथों को सहेज रहे हैं।

उलझन में इकाइयां
जिले में पानी पाउच बनाने वाली इकाइयों की संख्या कोई दर्जनभर के आसपास है। 1 साल से अच्छे दिन के इंतजार में कुछ इकाइयों में ताले लग गए हैं तो कुछ ने काम रोक दिया है। चल रही इकाइयां फिर से तैयारी कर रही हैं तो आइसक्रीम बनाने वाली इकाइयों के हाथ से बाजार निकल चुका है। इधर कुआं-उधर खाई वाली स्थिति में आ चुके इन दोनों के सामने खुद को फिर से खड़ा करने की चुनौती आन पड़ी हैं।

हजार पर बाजार
बड़ी कंपनियों के उत्पादन के बीच अपने लिए जगह बनाने में दिक्कत के बावजूद जिले की इन दोनों इकाइयों का सीजन में बाजार लगभग एक करोड़ का है लेकिन 10 माह से सड़क पर खड़े इन दोनों कारोबार को चालू करने के प्रयास में हजार रुपए भी मुश्किल से मिल रहे हैं। इसलिए नया साल और नया सीजन ज्यादा उम्मीद नहीं जगा रहा है।

सीजन हुआ एक माह आगे
सामान्य होते दिनों के बीच अच्छे दिन की उम्मीद लेकर चल रहे पानी पाउच और आइसक्रीम बाजार को इस बार मार्केट 1 माह आगे याने मध्य मार्च में चालू होने की उम्मीद है क्योंकि शादी-ब्याह की तारीखें अप्रैल से ही चालू हो रही हैं। इसलिए हाथ में केवल गिने-चुने दिन ही होंगे। याने 1 माह की मांग का सीधा घाटा इन दोनों को उठाना होगा।

“पानी पाउच का सीजन अनिश्चितता के बीच मध्य मार्च के बाद ही शुरू होने की संभावना है। अच्छे कारोबार की उम्मीद नहीं है फिर भी तैयारी की जा रही है।”
खेमलाल देवांगन,
संचालक, बादल पानी पाउच, भाटापारा

“आने वाली गर्मी से अच्छे बाजार की उम्मीद नहीं है क्योंकि पूरा साल खाली निकल गया। इसलिए सीमित मात्रा में तैयारी की जा रही हैं।”
अजय कुमार,
संचालक,जे.बी आइसक्रीम, भाटापारा

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