रायपुर/कुरूद- आशीष बस आने ही वाला है। इंतजार कीजिए, उसके आने का और दूर रहें ऐसी 8 बीमारियों से जो हमेशा परेशान करतीं हैं। जी हां, आशीष याने प्याज का बीज। याने घर का डॉक्टर, जिसकी मदद से आचार भी बनते हैं और मसाले भी। बता दें कि इसे कलौंजी के नाम से पहचान मिली हुई है।

दूसरे सब्जी के बीज की तरह प्याज का बीज भी पूरे साल उपलब्ध होता है। इसके भीतर जो महत्वपूर्ण तत्व मिलें हैं वह इसे आचार, सब्जी और मसाला का रूप तो देते ही हैं, साथ ही इसे घर का वैद्य भी बनाते हैं। और हां, एक और क्षेत्र है जहां यह अपनी पहुंच तेजी से बना रहा है और स्वीकार्यता भी हर दिन बढ़ा रहा है। यह क्षेत्र है ब्रेड, बिस्किट और पेस्ट्री का, जहां इसके बीज सजावट के काम में लाए जाते हैं।

क्या है कलौंजी
कलौंजी नाम है प्याज के उस बीज का, जिसका सीजन बस चालू ही होने वाला है। सिर्फ प्याज ही शायद इकलौती ऐसी सब्जी है जिसके बीज का आकार गोल ना होकर त्रिकोण होता है और यही इसकी पहचान है। हर सीजन में होने वाली आसान उपलब्धता तो इसे महत्वपूर्ण बनाती ही है साथ ही रसोई घर में भी पहुंच की राह आसान करती है।

उपयोग रसोई में
प्याज का बीज याने कलौंजी, सब्जी को अनोखी सुगंध तो देता ही है साथ ही सब्जी को अचार का स्वाद भी प्रदान करता है। पनीर की सब्जी को इसका मिश्रण स्वादिष्ट बनाता है। अचार के मसाले में भी इसका मिश्रण किया जा सकता है तो मसाले वाली सब्जी जैसे बैगन, गाजर और शिमला मिर्च को भी बेहतरीन स्वाद देता है।

मजबूत दखल इसमें भी
कलौंजी ने अपने गुण के दम पर एक ऐसे क्षेत्र में भी अपनी दखल बना ली है जिसे अब तक अछूता ही माना जा रहा था। यह क्षेत्र है ब्रेड, पेस्ट्री और बिस्किट का जहां यह सजावट के काम में भी लाया जाने लगा है। केवल सजावट ही नहीं, स्वाद भी देता है उस बिस्किट, ब्रेड और पेस्ट्री को जिसे घर का हर सदस्य स्वाद के साथ सेवन करता है।

यह सबसे महत्वपूर्ण
कलौंजी में 8 बेहद महत्वपूर्ण औषधीय गुणों के होने की जानकारी भी सामने आई है। जिसकी मदद से पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायता मिलती है। एंटीहिस्टमीन जैसे रासायनिक तत्व के वजह से एलर्जी को कम करता है। ऑक्सीकरण रोधी होने की वजह से शरीर से जहरीले तत्व को दूर रखता है। इंसुलिन की मात्रा को संतुलित रखने के साथ कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी सहायक है कलौंजी। यदि इसे उबलते पानी में डालकर इसका भाप लिया जाए तो बंद नाक से आराम मिलता है। पेट की कृमि से छुटकारा पाने के लिए विनेगर के साथ मिलाकर 10 दिन सेवन करें। आराम मिलेगा।

“कलौंजी में जिन 8 औषधीय गुणों के होने की जानकारी मिली है, उसमें सबसे महत्वपूर्ण गुण यह है कि इसमें पोलीअनसैचूरेटेड फैटी एसिड है। इसकी मदद से इंसुलिन को नियंत्रण में रखा जा सकता है।”
डॉ. अमित दीक्षित,
साइंटिस्ट, वेजिटेबल साइंस, कृषि महाविद्यालय, कुरूद

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