महासमुंद- जिले सहित अन्य राज्यों में पुलिस विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों सहित अन्य लोगों से लाखों रुपए का धोखाधड़ी के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपी फरार है। बैंक खातों और एटीएम से रुपए लूटने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने में महासमुन्द पुलिस की साइबर टीम को कामयाबी मिली है। महासमुन्द की साइबर टीम के साथ राजनांदगांव, दंतेवाड़ा जिले के पुलिस की टीम ने इस गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पुलिस की पकड़ से इस गैंग का मुख्य सरगना फरार है, जिसकी तलाश जारी है।गौरतलब है कि जिले के पिथौरा में एक रिटायर्ड पुलिस कर्मचारी शत्रुघन ध्रुव के साथ 7 लाख की ठगी हुई। इसकी रिपोर्ट पिथौरा थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए साइयबर प्रभारी संजय सिंग राजपूत को निर्देशित किया। इसी बीच छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से भी पुलिस को खबर मिली की एक गिरोह ने कुछ पुलिस कर्मचारियों के साथ साइबर ठगी की है।
महासमुन्द की साइबर टीम ने इस मामले में छानबीन शुरू की तो आरोपियों का लिंक झारखंड से जुड़ा हुआ मिला। महासमुन्द साइबर टीम के साथ राजनांदगांव और दंतेवाड़ा की पुलिस ने एक टीम बनाई और इस मामले में खोज बिन शुरू कर दी। साइबर पुलिस की प्रारंभिक जांच में ही यह बात सामने आई की इस ठगी का काम झारखंड का गिरोह कर रहा है। महासमुन्द साइबर पुलिस, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा की टीम झारखंड पुलिस टीम के साथ मिलकर आरोपियों को ट्रेस कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब हुई।महासमुन्द साइबर की टीम की जांच 7 लाख रुपए से शुरू हुई थी, मामले में परत दर परत खुलासा होता गया और यह ठगी लगभग 40 लाख की हो गई। आरोपियों के पास से 2 दर्जन से अधिक कई कम्पनियों के मोबाइल, एटीएम, लैपटाप, कलर प्रिंटर सहित नगदी रकम और कई अन्य दस्तावेज बरामद किया है। पुलिस की टीम ने आरोपियों से पूछताछ कर इसके खातों की जानकारी ली तो पुलिस भी अवाक रह गई। आरोपियों के खाते से लगभग 2 करोड़ का ट्रांजेक्शन मिला है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।